“कास पठार” जो “Kaas Pathar Flower Valley” के नाम से पुरे दुनिया में प्रसिध्द हैI कास पठार महाराष्ट्र राज्य के सतारा जिले में है, उसकी लांबाई लगभग 140,000 चौ.की.मी यह क्षेत्र को कवर करने वाले पश्चिमी घाट में एक प्रसिद्ध, जैव विविधता वाला स्थान है। यह सह्याद्रि पर्वत श्रृंखला में एक पहाड़ी पर स्थित है। यूनेस्को 2012 में रुस के सेंट पीटर्सबर्ग में आयोजित विश्व विरासत समिती के दौरान कास पठार को विश्व प्राकृतिक स्थल घोषित किया गया हैI
मानसून के मौसम में महाराष्ट्र के सतारा जिले में कास पठार 17°42′ – 17°45 N और 73°47 – 73°56 E पर 1200 मी. की उंचाई पर स्थित है और लगभग 10 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करता हैI कास पठार के नाम के पीछे कहानियाँ हैं, आस – पास के जंगल में पाए जाने वाले कास पेड से लिया गया हैI ऐसी ही एक कहानी है कासा का मतलब झिल भी होता हैI इस पठार पर प्रमुख कास झिल स्तिथ होने के कारण इसका नाम कास हो गया हैIयह खूबसूरत जगह एक पहाड़ी की चोटी पर है और अद्भुत प्राकृतिक बदलाव दिखाती है।
1.कास पठार की जैव विविधता – Bio Diversity Of Kaas Pathar
कास पठार में पौधे और वन्यजीवों का जीवन इस क्षेत्र के लिए एक विशिष्ट प्रकार हैI कास पठार पर 850 से ज्यादा फुलों की प्रजाती हैंI इनमें से 624 रोड डेटा बुक – 2 में हैI 39 प्रजाती ये केवल कास पठार पर पाए जाते हैं।
2.कास पठार की यात्रा का सही समय – Best Time To Visit Kaas Pathar
कास पठार की यात्रा के लिये योजना बनाते वक्त समय सबसे महत्त्वपूर्ण होता हैI मुख्य फुलों का मौसम अगस्त में शुरु होता है और अक्तुबर तक रहता हैI इस समय में फुलं धिरेधिरे उनके रंग बदलते रहते हैI आप मनमोहक रंग को पीले और बैंगनी से गुलाबी और सफेद में बदलते हुए देख सकते हैं। क्योंकी फुलों की अलग – अलग प्रजाती उनके सौंदर्य के प्रदर्शन करते हैI अपनी यात्रा की योजना बनाने से पहले, स्थानीय मौसम पूर्वानुमान और मुख्य फूलों के मौसम पर विचार करना महत्वपूर्ण है। इस दौरान फूलों की कई दुर्लभ प्रजातियाँ देखी जा सकती हैं।
3.कास पठार ऑनलाइन बुकिंग सेवा – Kaas Pathar Online Booking
अब ऑनलाईन सेवा होणें के कारण कास पठार की यात्रा की योजना बनाना आसान हो गया हैI लंबी लंबी लाईन या टिकट उपलब्धता के बारे में अनिश्चितता की कोई परेशानी नहीं। अब शनिवार, रविवार और सार्वजनिक छुट्टी में भी ओनलाइन बुकिंग करना अनिवार्य किया हैI अब ज्यादा भीड़ न हो इसलिए हररोज विजिट देने वाले यात्रियों की संख्या 3,000 तक रखी गई हैI लेकिन भारी भीड़ या ट्रैफिक जाम होने की स्थिति में यात्रियों को पुलिस और स्वयंसेवकों की मदद से सतारा शहर में ही रखा जाता है।
दैनिक समय
- सुबह 09 से शाम 06 बजे तक
- सुबह 09 से 11 : 00 तक 1000 यात्री
- सुबह 11 : 00 से दोपहर 03 : 00 तक 1000 यात्री
- दोपहर 03 : 00 से शाम 06 : 00 बजे तक 1000 यात्री
4.कास पठार को कैसे जाए?
कास की सुंदरता मानसून के दौरान जीवंत हो जाती है, इस मौसम में खिलने वाले मनमोहक फूलों के कारण। इस तरह आप अपने नियमित शहरी जीवन की नीरसता को कम करने के लिए कास की एक छोटी यात्रा की योजना बना सकते हैं। जो लोग पहले वहां जा चुके हैं उन्हें अनुभव होता है कि मुंबई या पुणे से कास की सड़क यात्रा अविस्मरणीय है।
5.रोड़ से कैसे जाए?
महाराष्ट्र में कास सतारा से 30 किमी और महाबलेश्वर से 25 कि.मी दूरी पर हैI पूना और कास पठार की बीच की दूरी 130 कि.मी है, जो NH4 से सफर करने के बाद 2.5 या 3.5 घंटो में पूरा होता हैI मुंबई से कास पठार की दूरी 278 कि.मी हैI मुंबई पूना एक्सप्रेसवे और बाद में NH4 रोड़ से कार द्वारा कास पठार तक पहुँचने में लगभग 5 घंटे लगते हैं। मुंबई और पुणे दोनों से, आप NH4 पर सतारा तक ड्राइव कर सकते हैंI बाद में सतारा से आगे 22 कि.मी जाकर रोड़ बदलकर जाना होगाI
ये रोड़ यात्रा आपके याद में हमेशा रहेगीI इसका एक मात्र कारण है जो कास पठार घाटी की अंतिम चढ़ाई, यह एक बहुत ही सुन्दर नजारा है जो भारत के सबसे सुरम्य रोड़ यात्रा में से एक हैI अगर आप बस से जाना चाहते हो तो आपको आपके बजट के अनुसार मुंबई से सतारा रात भर कई बसेस मिलेगीI
6.कास पठार की जानकारी हिन्दी में : Kass Pathar Hindi Information
“कास पठार” यह एक प्रमुख मराठी नाम से जाना जाता हैI कई लोगों के लिए यह एक लोकप्रिय स्थान है, जो पूरे भारत के लोग इसके बारे में जानना चाहते हैं इसलिए हमने ये जानकारी हिन्दी में देने की कोशिश की हैI हम आशा करते हैं की आपको हमारी ये जानकारी पसंद आएगी धन्यवाद!