North Sikkim Tour
North Sikkim Tour : दोस्तों अगर आप सिक्किम घूमने का प्लान बना रहे है, तो आप उत्तर सिक्किम यात्रा का विकल्प चुन सकते है। आपकी उत्तर सिक्किम यात्रा रोमांचक और आनंददायक हो सकती है। यह यात्रा सबसे मनमोहक क्षेत्रों में से एक मंत्रमुग्ध कर देने वाली यात्रा है।
North Sikkim Tour यहां आप प्राकृतिक सौंदर्य, पहाड़ी गावों का आनंद भी उठा सकते है। हिमालय पर्वत के गोद में बसा उत्तर सिक्किम में ऊंचे पहाड़, हरी भरी घाटियां, घास के मैदान और आकर्षक गांव पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहां की यात्रा में आपको हिमालयी दृश्य, बौद्ध धरोहर, और विविध फ्लोरा और फौना का अनुभव मिलेगा।
यहां के प्रमुख शहरों में गंगटोक, लचें, यूक्तांग शामिल हैं। यहाँ के प्राकृतिक स्थलों में खासकर लचें वन्यजीव अभयारण्य, फेलीनी झील, गुरुडोंगमर झील, और यूक्तांग झील शामिल हैं। यह यात्रा एक रोमांचभरी यात्रा है। सफेद बर्फ से ढकी पहाड़ियों की चोटियां का प्राचीन दृश्य, हलचल भरी पहाड़ी नदी और प्रकृति का मनमोहक दृश्य देखने के लिए हर कोई उत्तर सिक्किम जाना चाहता है।
रोमांच चाहने वाले लोग उत्तरी सिक्किम के पहाड़ी इलाकों में ट्रेकिंग और पर्वत रोहण का आनंद उठा सकते हैं। North Sikkim Tour उत्तर सिक्किम के विभिन्न क्षेत्र नवविवाहितों के लिए एक साथ समय बिताने का और अपने रिश्तों को बाहरी सुंदरता के साथ साथ एक दूसरे के साथ समय बिताने के लिए यह एक सही स्थान है।
उत्तर सिक्किम के कुछ पर्यटन स्थल
लाचेन
लाचेन सिक्किम के सबसे खूबसूरत गावों में से एक है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक से 107 किमी दूर और लगभग 8500 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक खूबसूरत स्थान है। यहां की लोगों की मासूमियत और सादगी बहुत ही आकर्षक है। यहां की ताजगी और शांति मन को इतनी लुभाती है की जो कई और मिलना बहुत ही मुश्किल है।
इसका प्राकृतिक दृश्य पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है, चाहे रोमांच वाले हो या हनीमून पर्यटक हो। लाचेन उत्तर सिक्किम ट्रेक का एक आधार है। प्राचीन मठ के कारण लाचेन बौद्ध धर्म के लोगों के लिए एक प्रमुख तीर्थस्थल भी है। यहां की ऊंचाई वाली झील जैसे की गुरु डोंगमार झील और त्सो झील तक पहुंच बिंदु भी है।
लाचेन में कहां ठहरें :
- हिमालयन रेजीडेंसी
- द फोर्टूना
- द एप्पल ऑर्चर्ड रिज़ॉर्ट
- तशना रेजीडेंसी
लाचुंग
लाचुंग उत्तर सिक्किम में स्थित एक छोटा सा एक प्रमुख गांव और प्रमुख आकर्षक पर्यटन स्थल है। इस गांव की सुंदरता और इस क्षेत्र को सुशोभित करने वाले झरने प्रकृति प्रेमियों का मुख्य आकर्षण है। इस गांव के चारो ओर झरने बहते है। जो मनमोहक दृश्य पर्यटकों को प्रदान करते है। सफेद बर्फ से ढकी पहाड़ियों की झलकियां मनमोहक दृश्य बनाती है।
यात्रा के दौरान पर्यटक इस खूबसूरत गांव को अपना ठिकान बनाते है। इस गांव के चारों ओर सेब, खुबानी, आडू के बाग पर्यटकों के लिए एक आकर्षक दृश्य है। इस गांव के बाजार में अपने हस्तनिर्मित कंबल, ऊनी कपड़े, कालीन के साथ साथ स्मृति चिन्ह भी मिलते है। घूमने के लिए यह एक बेहद खूबसूरत जगह है।
इसे भी पढ़ना : IRCTC Tour Packages : IRCTC ने भारतीयों नहीं दिया कभी ऐसा पैकेज इसे भी पढ़ना : Kathmandu Tourist Places – यह है काठमांडू के सबसे प्रसिद्ध पर्यटन स्थल
युमथांग घाटी
सिक्किम पर्यटन में एक महत्वपूर्ण और मंत्रमुग्ध करने वाली जगह है। सिक्किम राज्य के उत्तरी क्षेत्र में युमथांग घाटी एक शांत स्थान प्रकृतिका एक चमत्कार है। तीस्ता नदी का सुंदर और हलचल भरा पानी पर्यटकों के लिए स्वर्ग जैसा है। सिक्किम की राजधानी गंगटोक से लगभग 140 किमी की दूरी पर है।युमथांग घाटी और लाचुंग गांव के यात्रा के लिए यह एक आधार है। इस घाटी के रास्ते में प्राचीन झरने और नदियां का दृष्ट और चोटियां और पर्वत का खूबसूरत दृश्य आंखो को सुकून देता है। अगर आप सिक्किम जाते है तो युमथांग घाटी को अवश्य विजिट दीजिए।
चुंगथांग
लाचेन नदी लाचुंग नदी इन दो नदियों के संगम बर बसा एक छोटा सा खूबसूरत शहर, लुभावने दृश्य यह रोमांच चाहने वाले पर्यटकों के लिए यह एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। बौद्ध धर्म के लिए यह एक धार्मिक स्थल है।चुंगथांग के बारे में यह भी बताया जाता है की गुरु पद्मसंभव 8 वी शताब्दी में यहां आए थे और उन्होंने एक चोटी पर आराम भी किया था।
वहां उन्होंने पद्मचिन्ह छोड़ा था। सिख धर्म की किवंदती के अनुसार गुरु नानक यहां आए थे।चुंगथांग गांव में एक पवित्र पेड़ भी है, कहा जाता है की उस स्थान पर उगा है जहां पर गुरु नानक ने अपनी छडी रखी थी। घाटी, पहाड़ी, हरी भरी घनी हरियाली, नदियां झरनो के संगम के साथ साथ यह एक मनमोहक स्थान है।
गुरुडोंगमार झील
17100 फीट की ऊंचाई पर गंगटोक से 190 किमी दूर यह झील सबसे अधिक ऊंचाई वालों झीलो में से एक है। चोलामू झील के बाद सबसे ऊंचाई झीलो में से एक है। इसका लुभावना दृश्य और शांत वातावरण मन को शांति प्रदान करता है। पर्यटक इस झील को देखने के लिए पहले गांव रुकते है। इसके सबसे नज़दीक थांगु गांव है जो 14000 फीट पर स्थित है।
पर्यटन के लिए यह एक बेहद खूबसूरत स्थान है। बौद्ध धर्म के बीच इस झील का महत्वपूर्ण स्थान है। इस झील के लिए यात्रा का समय गर्मियों के दिन है। विदेशी पर्यटक यहां गृहमंत्रालय से अनुमति प्राप्त करने के बाद यहां आ सकते है। आप एक बार जरूर इस झील को देखना ना भूले।
इसे भी पढ़ना : Water Falls In Maharashtra : महाराष्ट्र के खूबसुरत झरने
दोस्तों अगर आपको हमारे द्वारा लिखी गई North Sikkim Tour की जानकारी यह बेहतरीन आर्टिकल हिंदी में पसंद आए तो सबसे पहले आप सब्सक्राइब करें इसके बाद अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूलें। दोस्तों जब आप इस आर्टिकल को पढ़ेंगे और आर्टिकल को पढ़ने के बाद अगर आपको इस आर्टिकल में कोई कमी नजर आती है तो आप हमें वह कमी बताएं जिससे हम उस कमी को पूरा करने का प्रयास करेंगे धन्यवाद!